Facts About Shiv chaisa Revealed
Facts About Shiv chaisa Revealed
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जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
माथे पे चन्द्र सोहे अंगो पे विभूति लगाये
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा more info सब के घटवासी॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
नाथ असुर प्राणी सब पर ही भोले का उपकार हुआ।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र shiv chalisa in hindi
श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥